हड़प्पा सभ्यता का धर्म
हड़प्पा सभ्यता, जो 3300 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक फली-फूली, एक बहुदेववादी सभ्यता थी, जिसमें कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती थी। हड़प्पावासियों के धर्म के बारे में हमारी जानकारी मुख्य रूप से पुरातात्विक अवशेषों, जैसे कि मूर्तियों, मुहरों और कलाकृतियों पर आधारित है।
मुख्य देवी-देवता
- मातृ देवी: हड़प्पा सभ्यता में मातृ देवी की पूजा एक प्रमुख धार्मिक परंपरा थी। मातृ देवी की मूर्तियों में एक महिला को स्तनपान कराते हुए, एक बच्चे को गोद में लिए हुए या एक पौधे के साथ दिखाया गया है। मातृ देवी को प्रजनन, संरक्षण और उर्वरता की देवी के रूप में पूजा जाता था।
- पशुपति: पशुपति एक प्रमुख पुरुष देवता थे, जिन्हें एक पुरुष के रूप में दिखाया गया है, जिसके चार सिर और चार हाथ हैं। पशुपति को एक शक्तिशाली देवता के रूप में पूजा जाता था, जो प्रकृति और मानव जीवन का नियंत्रण करता था।
- सूर्य: सूर्य को एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता था, और हड़प्पावासियों ने सूर्य को एक मानव के रूप में दिखाया है, जिसके सिर पर एक त्रिशूल है। सूर्य को प्रकाश, गर्मी और जीवन का प्रतीक माना जाता था।
- अग्नि: अग्नि को भी एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता था, और हड़प्पावासियों ने अग्नि को एक ज्वाला के रूप में दिखाया है। अग्नि को पवित्र माना जाता था, और इसका उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता था।
- पृथ्वी: पृथ्वी को भी एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता था, और हड़प्पावासियों ने पृथ्वी को एक महिला के रूप में दिखाया है, जिसके चार हाथ हैं। पृथ्वी को प्रकृति की माता के रूप में पूजा जाता था।
- जल: जल को भी एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता था, और हड़प्पावासियों ने जल को एक महिला के रूप में दिखाया है, जो एक जलाशय में खड़ी है। जल को जीवन का स्रोत के रूप में पूजा जाता था।
अन्य देवी-देवता
इनके अलावा, हड़प्पावासियों ने अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा की, जैसे कि गणेश, नंदी, नाग और आदित्य।
धार्मिक अनुष्ठान और प्रथाएं
हड़प्पावासियों के धर्म में कई धार्मिक अनुष्ठान और प्रथाएँ प्रचलित थीं। इनमें शामिल हैं:
- मूर्तिपूजा: हड़प्पावासियों ने देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा की। इन मूर्तियों को अक्सर घरों, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों में रखा जाता था।
- बलि: हड़प्पावासियों ने देवी-देवताओं को बलि दी। इन बलि में जानवरों, भोजन और अन्य वस्तुओं को शामिल किया गया था।
- धार्मिक अनुष्ठान: हड़प्पावासियों ने कई धार्मिक अनुष्ठान किए, जैसे कि प्रार्थना, नृत्य और संगीत।
भारतीय संस्कृति और धर्म पर प्रभाव
हड़प्पा सभ्यता का धर्म भारतीय संस्कृति और धर्म के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। हड़प्पा सभ्यता के कई देवी-देवता बाद में हिंदू धर्म के प्रमुख देवी-देवताओं के रूप में विकसित हुए।
निष्कर्ष
हड़प्पा सभ्यता का धर्म एक जटिल और बहुआयामी था। हड़प्पावासियों ने कई देवी-देवताओं की पूजा की, और उनके धर्म में कई धार्मिक अनुष्ठान और प्रथाएं प्रचलित थीं। हड़प्पा सभ्यता का धर्म भारतीय संस्कृति और धर्म के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
History Notes are available in Bengali, English, and Hindi editions. You can find the link below.
- হরপ্পা বাসিদের ধর্মীয় জীবন: Click Here
- Harappan Religion Beliefs: Click Here
- Hadappa Sabhyta ka Dharm | हड़प्पा सभ्यता का धर्म: Click Here
- हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख देवी-देवता कौन-कौन थे?
Ans: हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख देवी-देवता मातृ देवी, पशुपति, सूर्य, अग्नि, पृथ्वी और जल थे।
- हड़प्पावासियों के धर्म में मूर्तिपूजा का क्या महत्व था?
Ans: हड़प्पावासियों के धर्म में मूर्तिपूजा का विशेष महत्व था। वे देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा करते थे। इन मूर्तियों को अक्सर घरों, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों में रखा जाता था।
- हड़प्पावासियों के धर्म में बलि देने का क्या महत्व था?
Ans: हड़प्पावासियों के धर्म में बलि देने का भी विशेष महत्व था। वे देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि देते थे। इन बलि में जानवरों, भोजन और अन्य वस्तुओं को शामिल किया जाता था।
- हड़प्पावासियों के धर्म में प्रार्थना, नृत्य और संगीत का क्या महत्व था?
Ans: हड़प्पावासियों के धर्म में प्रार्थना, नृत्य और संगीत का भी विशेष महत्व था। वे देवी-देवताओं से प्रार्थना करते थे, नृत्य करते थे और संगीत बजाते थे।
- हड़प्पा सभ्यता का धर्म भारतीय संस्कृति और धर्म पर क्या प्रभाव डाला?
Ans: हड़प्पा सभ्यता का धर्म भारतीय संस्कृति और धर्म पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। हड़प्पा सभ्यता के कई देवी-देवता बाद में हिंदू धर्म के प्रमुख देवी-देवताओं के रूप में विकसित हुए।